श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह का पंचम दिवस
हरिद्वार. 31 मार्च..इंद्र कुमार शर्मा.... हरिद्वार सिटी न्यूज़( ब्यूरो चीफ) ऋषिकेश, मायाकुण्ड, श्रीभरत मिलाप आश्रम में चल रही श्रीमद्भागवत की कथा के पाँचवे दिन भगवान की बाल लीला, पूतना बध, शकट भञ्जन, तृणावर्त-दमन, अघासुरादि राक्षसों वध, गोवर्धन धारण,महारास, रुक्मिणी विवाह आदि की कथाएँ सम्पन्न हुईं। चार्य नारायण दास जी ने भगवान की बाल सुलभ शकट भञ्जन लीला के तथ्य को प्रकाशित करते हुए कहा, संसार के कार्यों और सामजिक उत्सवों में व्यस्त होकर, यदि हम भगवान को उपेक्षित करेंगे, तो हमारी जीवन रूपी गाड़ी पलट जायेगी। यह घर-परिवार सब भगवान की वाटिका, हम उसके माली हैं, मालिक नहीं।सदा भगवान को आगे रखकर, संसार के कार्य करने चाहिए। बाल श्रीकृष्ण को नष्ट करने के लिए एक राक्षस तृणावृत का रूप लेकर उन्हें मारने आया, लेकिन वह मारा गया। यह एक प्रकार बवन्डर आँधी है जिसके आगे टिकना अत्यन्त दुष्कर होता है। हम सबके जीवन में भी आपत्ति- विपत्ति रूपी आंधी आती है, लेकिन धैर्यपूर्वक भगवान के नाम का सहारा लेकर, उसके वेग को सह लेना चाहिए, आगे का जीवन निश्चित ही भगवत्कृपा से मङ्गलमय होगा। आ...