उत्तराखंड के स्थानीय खेलों को राष्ट्रीय मंच पर पहुंचाने के प्रयास तेज

देहरादून: उत्तराखंड में आयोजित होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों में राज्य के स्थानीय खेलों मलखंभ और योगा को शामिल करने के बाद अब इन खेलों को राष्ट्रीय खेलों का स्थायी हिस्सा बनाने की दिशा में प्रयास तेज हो गए हैं।
राज्य सरकार के खेल मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि राज्य सरकार का प्रयास है कि उत्तराखंड के स्थानीय खेल मलखंभ और योगा अगले 39वें राष्ट्रीय खेलों में भी शामिल हों। उन्होंने कहा कि इन खेलों को राष्ट्रीय खेलों का स्थायी हिस्सा बनाने से राज्य के खिलाड़ियों को एक बड़ा मंच मिलेगा और राज्य का नाम रोशन होगा।
शेष दो खेलों का फैसला जल्द
38वें राष्ट्रीय खेलों में शामिल किए जाने वाले शेष दो खेलों के बारे में अंतिम फैसला जल्द ही लिया जाएगा। मुख्यमंत्री स्तर पर इस पर समीक्षा की जा रही है।
खिलाड़ियों के लिए विशेष शिविर
राष्ट्रीय खेलों के लिए खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए विशेष शिविर लगाए जाएंगे। इन शिविरों में राज्य के खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी जाएगी। राज्य सरकार सभी खेल फेडरेशनों से देश और विदेश के बेहतरीन कोच उपलब्ध कराने का अनुरोध कर रही है।
भारतीय ओलंपिक संघ की बैठक
25 अक्टूबर को नई दिल्ली में भारतीय ओलंपिक संघ की बैठक होने वाली है। इस बैठक में राष्ट्रीय खेलों से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी और खिलाड़ियों के लिए शिविरों की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
उत्तराखंड का लक्ष्य
उत्तराखंड सरकार का लक्ष्य राष्ट्रीय खेलों में पदक तालिका में शीर्ष पांच में आना है। इसके लिए राज्य सरकार सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध करा रही है।
महत्वपूर्ण बिंदु
* उत्तराखंड के स्थानीय खेल मलखंभ और योगा को राष्ट्रीय खेलों में शामिल किया गया है।
* इन खेलों को राष्ट्रीय खेलों का स्थायी हिस्सा बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
* खिलाड़ियों के लिए विशेष शिविर लगाए जाएंगे।
* राज्य सरकार का लक्ष्य पदक तालिका में शीर्ष पांच में आना है।

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